गुरुवार, 31 अगस्त 2017



उत्तम संयम धर्म

दशलक्षण धर्म का छटा दिन



जैन धर्म - जैन बुक

सुनील जैन राना 

बुधवार, 30 अगस्त 2017



उत्तम शौच धर्म

दशलक्षण धर्म का पाँचवा दिन उत्तम शौच धर्म

जैन धर्म -जैन बुक

सुनील जैन राना 

मंगलवार, 29 अगस्त 2017

शनिवार, 26 अगस्त 2017

शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

दशलक्षण धर्म -जानकारी 

मेरे द्वारा लिखित *जैन धर्म *पुस्तक 

jain book -by -sunil jain rana 

आपको यह जानकर हर्ष होगा की google पर jain book सर्च 

करने पर imeges में मेरी यह पुस्तक प्रथम पेज की प्रथम पंक्ति 

में देख सकते हैं। 


जैन दशलक्षण महा पर्व
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कल से दिगंबर जैन धर्म अनुयायियों के

सब पर्वों में महा पर्व दशलक्षण धर्म प्रारंभ

हो रहे हैं।

इस बार एक तिथी बढ़ जाने के कारण यह

महा पर्व ११ दिन के होंगे। यानि २६ अगस्त

से ५ सितंबर २०१७ तक मनाये जायेंगे।

दशलक्षण महापर्व के बारे में मैं अपनी जैन धर्म

शीर्षक पुस्तक से प्रतिदिन कौन सा पर्व है और

उसकी क्या महत्ता है प्रकाशित करता रहूँगा।

क्योंकि जैन धर्म में रात्रि भोजन त्याग बताया है

इसलिये यह पर्व आज शाम से ही प्रारम्भ हो जाता

है। अब अगले ११ दिन ब्लॉग पर सिर्फ धर्म की

चर्चा होगी। जय जिनेन्द्र। 

गुरुवार, 24 अगस्त 2017



आधार कार्ड -निजता पर नज़र
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देश में एक भी सर्वमान्य नागरिकता पहचान कार्ड

नहीं है। सरकार आधार कार्ड को सर्वमान्य कार्ड

के साथ सर्व जरूरी कार्ड बनाने जा रही थी।

लेकिन कुछ लोगो की आपत्ति पर आज सुप्रीम कोर्ट

ने आधार कार्ड को निजता में खलल बताकर सब जगह

अनिवार्य होने से रोक दिया।

हो सकता है इसमें कुछ अच्छाई हो ,लेकिन अब इस

पर रोक से सरकार की कई योजनाओं के किर्यान्वण

पर असर पड़ेगा।

बेनामी सम्पत्ति की जांच में कठिनाई होगी। सरकार

आधार कार्ड अनिवार्य कर बेनामी सम्पत्ति जो काले

धन से बनाई -खरीदी गई थी उसकी जांच करने की

योजना बना रही थी। देश की प्रत्येक सम्पत्ति जिसकी

भी हो वह उसे आधार कार्ड से जोड़ी जाये जिससे यह

पता चले की अमुक आदमी की आमदनी के अनुरूप

वह सम्पत्ति है या नहीं।

अब देखो सरकार क्या उपाय करती है ?




बुधवार, 23 अगस्त 2017



https://www.facebook.com/jeevrakshakendra?sw_fnr_id=2120837165&fnr_t=0

श्री दया सिन्धु जीव रक्षा केन्द्र -सहारनपुर 

https://www.facebook.com/jeevrakshakendra?sw_fnr_id=2120837165&fnr_t=0


श्री दया सिंधु जीव रक्षा केन्द्र -सहारनपुर
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जीवदया के कार्यो के लिए दूर दूर तक प्रसिद्ध

सहारनपुर की एक मात्र संस्था श्री दया सिन्धु

जीव रक्षा केंद्र जीवदया के अनेकों कार्य करती है।

मैं सुनील जैन राना पिछले लगभग सन २००० से

संस्था का संयोजक हूँ।

संस्था का मुख्य कार्य मूक आवारा घायल -बीमार

पशु - पक्षीयो को संस्था में मंगवाकर निःशुल्क एवं

निःस्वार्थ होकर उपचार करना ,भोजन पानी एवं

आवास की व्यवस्था करना। संस्था द्वारा अनेकों

आवारा जिनका कोई नहीं ऐसे पशु -पक्षिओं की

जान बचाई है।

इसके अतिरिक्त नगर में जगह -जगह बोझा ढोने

वाले मूक पशुओं के लिए पशु प्याऊ बनवाना।

पशु पक्षी कल्याण पखवाड़ा मनाकर नगर के

विभिन्न छेत्रो में सड़क के किनारे निःशुल्क शिविर

लगाकर बोझा ढोने वाले पशुओं के जख्मों आदि का

उपचार करना और पशु मालिक को अपने कमाऊ

पशु की देखभाल के लिए जागरूक करना।

नगर के विभिन्न छेत्रो में आवारा पशुओं को दूध

चारा आदि देना और उपचार करना।

संस्था में अनेकों बीमार कबूतर आते रहते हैं। हम

उनका उपचार करते हैं ठीक हो जाने पर उड़ने

योग्य पक्षी को उड़ा देते हैं। बहुत मस्ती से रहते हैं

यहां कबूतर की यहां से जाना ही नहीं चाहते।

ऐसा परोपकार का कार्य कर मन को बहुत शांति

मिलती है। आप संस्था की गतिविधि संस्था की साइट

पर देख सकते हैं।

कल ही की एक फ़ोटो कबूतरों के साथ पोस्ट की है।

https://www.facebook.com/jeevrakshakendra?sw_fnr_id=2120837165&fnr_t=0

मंगलवार, 22 अगस्त 2017



तीन तलाक़ खत्म
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आज माननीय सुप्रीमकोर्ट के ऐतिहासिक

फैसले में इस्लामिक नियम तीन तलाक़

को खत्म कर दिया है।

कांग्रेस समेत अधिकांश राजनैतिक दलों

ने सुप्रीमकोर्ट के इस अहम फैसले का

स्वागत किया है। 

शनिवार, 19 अगस्त 2017



उत्क्ल ट्रेन हादसा
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आज शाम ६ बजे खतौली -मुज़फरनगर के पास

दिल्ली से हरिद्वार जाने वाली उत्क्ल ट्रेन के १० डब्बे

पटरी से उतर गए।

बताया जाता है की हादसे में ५ की मौत हो गई और

अनेकों घायल हो गए। राहत कार्य जारी है।

बहुत दुखद दुर्घटना है। यह तो जांच के बाद ही पता

चलेगा की हादसे का क्या कारण था। लेकिन यह बात

चिन्तनीय है की क्या भारत अभी तेज़ रफ़्तार ट्रेन की

योग्यता रखता है ?

मोदीजी और रेलमंत्री सुरेश प्रभु जी देश में बुलेट ट्रेन

चलवाने के लिए आतुर हैं ,जबकि अभी रेलवे में सुधार

के ही इतने काम बाकी हैं की पहले कार्य जरूरी हैं।

देश में बिछी रेल की पटरियों की हालत खस्ता है। नई

पटरियाँ कुछ जगह बिछाई जा रही हैं लेकिन अभी भी

अधिकांश पटरियाँ पुरानी ही हैं। इसके आलावा ट्रेन

के डब्बों में सुविधा -सुरक्षा आदि अनेक कार्य पहले

होने ज्यादा जरूरी हैं।

शुक्रवार, 18 अगस्त 2017



साझा विरासत बनाम बचीखुची विरासत
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मोदीजी के विरोध करने के लिए सम्पूर्ण विपक्ष कोई भी मौका

हाथ से नहीं जाने देता। साथ ही विपक्ष की एकता बनाये रखने

के लिए भी पुरजोर कोशिशें जारी हैं।

विपक्ष के महागठबंधन का फार्मूला नितीश कुमार ने फेल कर

दिया। अब नितीश कुमार से नाराज़ चल रहे शरद यादव ने

विपक्ष को इकट्ठा रखने के लिए नया फार्मूला निकाला साझा

विरासत का। यानि की महागठबंधन फेल साझा विरासत शुरू।

अब जनता यह नहीं समझ पा रही है की कौन सी साझा विरासत

की बात कर रहे हैं ये सब विपक्षी।

हर बार एन मौके पर कोई न कोई धोखा दे ही देता है। हर किसी

की जेब में दूसरे की जन्मपत्री रखी है। पहले के कभी धुरविरोधी

अब कैसे दिल मिला सकते हैं। कौन सी साझा विरासत की बात

कर रहे हैं ये सब मोदी विरोधी। लगता है अपनी बचीखुची विरासत

को बचाने में लगे हैं सभी विपक्षी दल।


गुरुवार, 17 अगस्त 2017



ईलाज में भारी कमी
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मोदीजी के राज में चिकित्सा जगत में भी काफी सुधार हो रहा है।

कुछ समय पहले दिल की सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले स्टन आदि

के मनमानी बसूली पर अंकुश लगाया था।

अब पुनः घुटने बदलवाने वालो के लिए खुशखबरी है। सरकार ने

घुटने बदलवाने में भी अभी खर्च हो रही कई लाखों की रकम में

लगभग ७०% तक की कमी करने का एलान किया है।

समझ में नहीं आता की भगवान का स्वरूप माने जाने वाले डॉक्टर

क्यों मरीज के साथ इतनी मनमानी रकम बसूलते हैं। सर्जरी के नाम

पर जरूरत से बहुत ज्यादा वसूला जा रहा है।

सरकार को सरकारी -गैर सरकारी डॉक्टरों की कार्य प्रणाली पर

ध्यान देना ही चाहिए। ज्यादती करने वाले डॉक्टरों पर शिकंजा

कसना ही चाहिये। 

मंगलवार, 15 अगस्त 2017

नेताओं की बदलती सोच 

लगभग 5 साल पहले देश की बिगड़ती हालत पर 
लिखी थी यह पैरोडियाँ। 

रविवार, 13 अगस्त 2017



मेरा भारत महान
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कब होगा मेरा भारत महान ?

मोदीजी चाह रहे देश विकास के मार्ग पर आगे बढ़े

विरोधी चाह रहे देश में हंगामा मचे ,भ्र्ष्टाचार भी न रुके।

इसी बानगी कभी लिखी थी यह कविता
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शनिवार, 12 अगस्त 2017



रिश्वत -मिलीभगत -बन्दरबाँट ,आदि -आदि
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मेरा भारत महान ,यहाँ हो रहा घमासान। मोदीजी

चाह रहे कुछ ,लेकिन हो रहा और कुछ।

भ्र्ष्टाचार की दीमक कुछ इस तरह से देश भर में

फ़ैल गई है की अब उसकी समूल सफाई असम्भव

ही लग रही है।

देश में व्यापार करने के लिए सेलटैक्स नंबर -जीएसटी

नंबर लेने में ही व्यापारी को पसीने आ जाते हैं वहीँ

दूसरी ओर लाखों करोड़ की 300 से अधिक शैल

कम्पनियाँ धड़ल्ले से चल रही हैं। यह तो अभी शुरुवात

ही है। देश में इनकी संख्या सेंकडो नहीं हजारों भी हो

सकती हैं।

अब मोदीजी के राज में ऐसी फर्जी कम्पनियों की जाँच

पड़ताल होनी शुरू हो गई है। लेकिन विडम्ब्ना की बात

यह है की बैंको की मिलीभगत से बनी ये कम्पनियाँ आज

भी धड़ल्ले से कार्य कर रही हैं। यही नहीं मोदी सरकार

के तीन साल बाद भी बैंको का npa कम नहीं हो रहा है।

भारतीय स्टेट बैंक जैसे दिग्गज बैंको का npa ७%से से

बढ़कर लगभग ९%हो गया है।

एक आम आदमी -किसान यदि बैंक की किश्त ना चूका

पाये तो उसकी RC जारी हो जाती है लेकिन इन बड़ी

कम्पनियों एवं बैंक अधिकारियों का बाल भी बांका नहीं

होता। ऐसा है मेरा भारत महान।

शुक्रवार, 11 अगस्त 2017



बरसात में खाद्य पदार्थो की बर्बादी
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सरकारी स्तर पर किसानों की सहूलियत के लिए

सरकार अनाज आदि की खरीद करती है। खरीदा

हुआ अनाज सरकारी गोदामों में रखा जाता है।

लेकिन बहुत विडंबना की बात है की आज़ादी के

70 सालों बाद भी भारत में अनाज़ आदि के भण्डारण

के लिए उचित गोदाम नहीं हैं। जिसके कारण अधिक

खरीदा अनाज़ खुले में बाहर ही रखा छोड़ दिया जाता

है। उसपर तिरपाल आदि की भी उचित व्यवस्था नहीं

की जाती। बरसात में या बारिश आने पर खुला सामान

भीग जाता है। एक अनुमान के अनुसार प्रति साल ऐसी

बर्बादी करोड़ो -अरबों की होती है।

सरकारी गोदामों एफसीआई में इसी बर्बादी की आड़ में

घिनौना खेल भी होता है। घटिया क्वालिटी -घटतौली आदि

को बरसात में भीगा दिखाकर पूरी कर ली जाती है। कभी

सोशल मिडिया पर गोदामों में रहे गेंहू आदि को जानबूझ

कर पानी के पाइप से भीगता दिखाया जाता है। ऐसा कर

बाद में सड़े गेंहू को बीयर -शराब आदि कम्पनी को बेच

देते हैं और सरकार के खाते में सड़े गेहूं को उठवाने के

खर्चे भी डाल देते हैं।

भ्र्ष्टाचार में मेरा भारत महान है। सरकारी -गैर सरकारी

स्तर पर अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकते हैं।

ऐसी मानसिकता हो गई है अधिकांश भारतीयों की।

सरकार को यदि किसानों से उनके उत्पादन की खरीद

करनी है तो इसके लिए पर्याप्त गोदाम बनवाने चाहिए।

इससे भी ज्यादा जरूरी है जबाबदेही की। आज सरकारी

कार्यालयों में अनेक कार्य गलत हो रहे हैं। कोई कहने सुनने

वाला नहीं है। कानून इतने है की आम आदमी उनकी पूर्ति

सुविधा शुल्क देकर ही कर सकता है।

प्रत्येक वर्ष बारिश से या अन्य कारणों से अनाज या अन्य

वस्तु खराब हो जाने पर संबंधित अधिकारी की जबाबदेही

होनी ही चाहिए। 

गुरुवार, 10 अगस्त 2017



हामिद अंसारी की सोच
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भारत के उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल

पूर्ण हो रहा है। जाते -जाते उन्होंने अपनी भावनाएं

व्यक्त करते हुए कुछ बाते कही।

चर्चा का विषय बनी उनकी यह बात की भारत में

आज मुसलमान महफूज़ नहीं हैं।

उनकी यह बात आज का मुद्दा बन गई है। टीवी के

सभी चैनलों पर इस मुद्दे पर बहस हो रही है। सभी

वक्ता अपना पक्ष रख रहे हैं।

सुरक्षा की दृष्टि से कुछ मुस्लमान बुद्धिजीवियों का

कहना है की आज मुसलमानों के ५५ से ज्यादा देश

हैं। अधिकांश देशों में मुस्लमान आपस में ही लड़

मर रहे हैं। आज जितनी आज़ादी भारत में मुसलमानों

को है अन्य कहीं पर नहीं हैं।

हो सकता है की कुछ जगहों पर मुसलमान अपने को

महफूज़ नहीं मानते हो लेकिन ऐसे तो देश में कुछ

जगहों पर हिन्दू भी अपने को सुरक्षित नहीं समझते।

ऐसे उच्च पद पर आसीन हामिद अंसारी को ऐसा

बयान देना हितकर नहीं है। उन्हें मोदीजी की तरह

देश की १२५ करोड़ जनता की सुरक्षा की बात करनी

चाहिए थी। उन्हें कश्मीर -बंगाल -केरल में रह रहे

हिदुओ के उत्पीड़न की चिंता भी करनी चाहिए थी।

यदि वे ऐसा साझा बयान देते तो गरिमापूर्ण होता।

लेकिन अब अंत समय में उन्होंने जनता में अपनी

गरिमा खो दी है। 

बुधवार, 9 अगस्त 2017



अगस्त क्रान्ति
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आज़ादी की लड़ाई के ७५ वर्ष पूर्ण होने पर आज

संसद भवन में भारत छोड़ो आन्दोलन एवं अगस्त

क्रान्ति पर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री मोदीजी ने कहा की आज़ादी के लम्हों

को पुनः दोहराने से हम सबको ऊर्जा मिलती है एवं

आज के युवा वर्ग को जानकारी मिलती है जिससे

जागरूकता आती है।

९ अगस्त १९२५ को काकोरी कांड हुआ था। अंग्रेजो

भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरुवात हुई थी। इसे ही

अगस्त क्रान्ति का नाम दिया गया।

मोदीजी ने इस अवसर पर देश के १२५ करोड़ जनता

से देश के लिए कुछ कर गुज़रने का आह्वान किया।

देश को विकास के मार्ग पर आगे ले जाने में सबका

सहयोग जरूरी है।

सोनिया गांधी ने भी इस अवसर पर लिखा हुआ भाषण

पढ़ा। जिसमे आज़ादी की बात कम मोदी सरकार पर

आरोप ज्यादा थे। उन्होंने कहा आज़ादी की लड़ाई में कुछ

संगठनों (आरएसएस)का कुछ भी योगदान नहीं था।

उनके वक्तव्य से ऐसा लगा की जैसे सिर्फ जवाहरलाल

नेहरू का योगदान ही सबसे ज्यादा था।

आज के दिन जब आज़ादी की लड़ाई पर चर्चा होनी थी

सोनिया गांधी बीजेपी और आरएसएस से लड़ाई पर

उतर आयी। ऐसे मौके पर ऐसे बयान ठीक नहीं होते

हैं। सोनिया गांधी को यह भी सोचना चाहिये की आज

ऐसा क्या कारण हुआ की ७० साल पुरानी सबसे बड़ी

पार्टी सिमट रही है। देश के शीर्ष पदों पर बीजेपी और

आरएसएस वाले कैसे पदासीन हो रहे। राष्ट्रपति ,

उप राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री ,लोक सभा स्पीकर आदि पद

ना तो जबरदस्ती प्राप्त होते हैं और ना भ्र्ष्टाचार से प्राप्त

होते हैं। जनता कांग्रेस से क्यों दूर हो रही है और बीजेपी

से क्यों जुड़ रही है।

सिर्फ आलोचना से किसी का भला नहीं होता ,आत्ममंथन

भी बहुत जरूरी है।

शनिवार, 5 अगस्त 2017



श्री वेंकैया नायडू उप राष्ट्रपति बनें
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देश में उप राष्ट्रपति पद के हुए चुनावों में

श्री वेंकैया नायडू विजयी हुए।

उप राष्ट्रपति  पद हेतु बीजेपी /NDA से

श्री नायडू खड़े हुए थे एवं कांग्रेस /UPA से

श्री गोपाल कृष्ण गांधी खड़े हुए थे। कुल

771 वोट थे जिसमें से श्री नायडू को 516

वोट मिले और श्री गांधी को 244 वोट मिले।

     श्री वेंकैया नायडू जी को उप राष्ट्रपति

बनने पर हार्दिक शुभ कामनायें।


बहुत खेद की बात है की यदि एक आम आदमी

सही से वोट ना डाल पाए या गलती कर दे तो

कोई खास बात नहीं होती लेकिन हमारे निर्वाचित

सांसद आदि ट्रेनिंग के बाद भी ऐसे अहम पद हेतु

गलत वोट डाले तब यह बहुत चिंतनीय बात है।

कुछ वोट सही प्रकार से ना डालने के कारण रद्द

हो गये। यह है मेरा भारत महान। 

बुधवार, 2 अगस्त 2017


चीनी सामान पर पाबंदी
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अक्सर सोशल मीडिया पर चीनी सामान के बायकाट

की बात आती रहती है। लोगो में जागरूकता भी आ

रही है। कई बार कुछ लोग यह भी कहते हैं की चीनी

सामान के आयात पर सरकार पाबंदी क्यों नहीं लगाती?

यह बात ठीक भी लगती है की जब चीनी सामान आएगा

ही नहीं तो बिकेगा भी नहीं।

सरकार के लिए कोई भी बात एकतरफ़ा सोचकर पूरी

नहीं होती। विदेश नीति के तहत बहुत से कार्य करने ही

पड़ते हैं। यदि चीन से आयात हो रहा है तो भारत से चीन

को बहुत सामान निर्यात भी हो रहा है। यदि आयात पर

पाबंदी लगाई तो निर्यात भी बंद हो सकता है।

सरकारी स्तर पर यह सम्भव नहीं है। हम सभी व्यक्तिगत

रूप से होली -दिवाली-रक्षाबंधन आदि पर चीनी सामान

ना खरीदें ,बल्कि दुकानदार से भारतीय सामान मांगे तो

धीरे धीरे दुकानदार भी चीनी सामान लाना बेचना बंद कर

देगा। इससे चीन को झटका लगेगा ,भारत में रोजगार के

अवसर उपलब्ध होंगे। 

मंगलवार, 1 अगस्त 2017

समन्वय -सहारनपुर की प्रख्यात साहित्यिक संस्था द्वारा
कृष्ण शलभ जी की गीत संग्रह के विमोचन पर पधारे
श्री कुंवर बेचैन जी एवं श्री राजेंद्र राजन जी के साथ
बिताए कुछ पल। 
हाइकु -सुनील जैन राना 
समन्वय -कार्यकारिणी 

समन्वय 

मानसिकता बदलो

10 वर्ष पूर्व 4 लाख रुपये में लिया घर आज 40 लाख में बेचना है, परन्तु 10 वर्ष पूर्व 400 रुपये में मिलने वाला गैस सिलैंडर आज भी 400 रुपये में ...